लाल किले से जुड़ी रोचक बातें और फैक्ट्स
Interesting Facts about Red Fort In Hindi
भारत की राजधानी में स्तिथ लाल किला भारत का बहुत ही भव्य और ऐतिहासिक स्मारक है जो मुग़लकाल की देन है . इसे दिल्ली के मुख्य पर्यटक स्थलों में से एक माना जाता है . देश विदेश से लोग जब दिल्ली आते है तो इसे जरुर देखते है . यह भारत के प्रसिद्ध किलो में से एक है . राष्ट्रीय दिवस के दिनों में जब तिरंगा यहा लहराता है तो वो पुरे भारत में लहराए तिरंगे का प्रतिनिदित्व करता है .
आज हम इस आर्टिकल में भारत के लाल किले से जुड़ी कुछ रोचक बातोँ और फैक्ट्स के बारे में जानेंगे . आप लाल किले पर निबंध लिखने के लिए भी इस आर्टिकल की मदद ले सकते है .
भारत के प्रसिद्ध मुख्य किले में लाल किले का नाम भी विशेष स्थान पर आता है क्योकि मुग़लकाल के अंतिम शासको ने दिल्ली को अपनी राजधानी बनाकर इस किले में अपना निवास बनाया था .
लाल नही पहले था सफ़ेद किला
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि दिखने में लाल रंग का यह किला पहले के समय में सफ़ेद किला ही था . बाद में अंग्रेजो ने इसकी सुन्दरता को बढ़ाने के लिए इसे लाल रंग में फुटवा दिया .
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Photo : https://www.culturalindia.net/ |
हालाकि इस किले के निर्माण में लाल बलुआ पत्थरो का ही उपयोग किया गया है .
यही कारण है कि इसे लाल किला (Red Fort ) कहा जाता है .
कैसे है लाल किले की वास्तुकला
लाल किले को देखकर आपको इस भव्यता का पता चलता है . अब चुकी यह भारत सरकार के अन्दर है इसलिए इसका रख रखाव का विशेष ध्यान दिया जाता है .
यह किला 256 एकड़ की धरती पर तैयार हुआ है जिसका आकार अष्टकोणीय है .
किले में प्रवेश के लिए दो गेट है जिनके नाम है लाहौरी गेट और दिल्ली गेट . लाहौरी गेट का नाम इसलिए रखा गया क्योकि इस गेट का मुख लाहौर की तरफ खुलता है .
इस लाल किले के अन्दर रंग महल है जिसमे सिर्फ रानियाँ रहा करती थी , इस जगह सिर्फ मर्दों में राजा ही प्रवेश कर सकता था .
किसने और कब किया लाल किले का निर्माण
मुग़ल साम्राज्य के बादशाह शाजहाँ ने जब अपनी सल्तनत की राजधानी को आगरा से दिल्ली में बसाया तब उन्होंने इस लाल किले का निर्माण 1638 में करवाया था .
उन्होंने पहले दिल्ली का नाम खुद के नाम पर शाहजहांबाद रखा था . पहले इस किले का नाम मुबारक किला या किला -ए-मुबारक था .
इस किला का डिजाईन उन्ही लोगो ने किया था जिन्होंने आगरा में ताजमहल का निर्माण में योगदान दिया था . ये शक्स थे उस्ताद हामिद और उस्ताद अहमद लाहौरी .
लाल किले को लेकर हिन्दू दावा
बहुत से लोग यह भी बताते है कि लाल किले का निर्माण शाहजहाँ ने नही बल्कि पृथ्वीराज चौहान ने किया था तो कई लोग यह बताते है कि पृथ्वीराज चौहान के नाना महाराज अंगपाल ने इस किले को बनवाया था .
अंग्रेजो की लुट का शिकार हुआ यह किला
मुग़ल सल्तनत के अंतिम राजा बहादुर शाह द्वितीय के समय अंग्रेजो ने इस किले को अपने अधिकार में ले लिया . उन्हें अंग्रेजो ने उसी किले के दीवान-ए-खास में कैद कर दिया और लाल किले के खजाने और महँगी चीजो को लूट कर इंग्लैंड भिजवा दिया .
कहते है कि शाहजहाँ के सिंघासन में भारत का सबसे अनमोल हीरा कोहिनूर जड़ा हुआ था जिसे पहले नादिर शाह ने लूट लिया था और फिर नादिर शाह से अंग्रेजो ने उसे लूट कर ब्रिटिश राजकोष में जमा करवा दिया .
ऐसा भी कहा जाता है कि अंग्रेजो ने इस किले को जगह जगह से तोडा जिससे की उन्हें छिपा हुआ खजाना मिल सके .इससे किले की हालत बहुत ही खराब हो गयी .
स्वतंत्रता दिवस पर लहराया था तिरंगा
देश को जब 15 अगस्त 1947 को आजादी मिली थी , तब पहली बार दिल्ली के लाल किले पर तिरंगा फहराया गया था . तब से हर साल आजादी दिवस (स्वतंत्रता दिवस) पर भारत के प्रधान मंत्री लाल किले पर सुबह के समय लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा को फहराते है .
लाल किले में घुमने की टिकट कितनी है ?
आप दिल्ली में आकर लाल किला अन्दर से घूम सकते है . भारतीयों के लिए टिकेट रेट 10 रुपए और विदेशियों के लिए 250 रुपए है .
जबकि रात्रि में 6 बजे बाद होने वाले लाल किले में होने वाले लाइटिंग शो की टिकेट निम्न तरह से है .
बच्चो की टिकट 30 रुपए और वयस्क की टिकट की रेट 80 रुपए की है .
Conclusion (निष्कर्ष )
तो आपने लाल किले के बारे में रोचक बाते और तथ्यों को इस आर्टिकल के माध्यम से जाना .लाल किले का निर्माण शाहजहाँ ने क्या था पर कुछ इतिहासकार इसे हिन्दू राजाओ के द्वारा बनाये जाने की बात कहते है .
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